Weekly fast festival from 23 to 29 December 2024 : जानें सफला एकादशी और प्रदोष व्रत की तिथि, नोट करें पूरी लिस्ट।

Weekly fast festival from 23 to 29 December 2024 : जानें सफला एकादशी और प्रदोष व्रत की तिथि, नोट करें पूरी लिस्ट।
Weekly fast festival from 23 to 29 December 2024 : जानें सफला एकादशी और प्रदोष व्रत की तिथि
भारतीय पंचांग में व्रत और त्यौहारों का विशेष महत्व है। हर दिन किसी न किसी देवी-देवता की पूजा या व्रत किया जाता है। 23 दिसंबर से Weekly fast festival from 23 to 29 December 2024 इन व्रतों में सफला एकादशी और प्रदोष व्रत जैसे त्यौहार विशेष रूप से शुभ और पुण्यदायी माने जाते हैं। आइए जानते हैं इस सप्ताह के व्रत और त्यौहारों के बारे में विस्तार से।
- 23 दिसंबर 2024 (सोमवार): पौष अष्टमी और दुर्गाष्टमी व्रत
महत्व :
पौष अष्टमी के दिन देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत करने से स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
इस दिन दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करने से विशेष फल मिलता है।
दुर्गाष्टमी का व्रत नारी शक्ति और मनोबल बढ़ाने के लिए किया जाता है।
क्या करें:
Weekly fast festival from 23 to 29 December 2024 देवी दुर्गा की पूजा करें।
लाल वस्त्र पहनें और लाल फूल चढ़ाएं।
- 24 दिसंबर 2024 (मंगलवार): कालाष्टमी व्रत
महत्व:
कालाष्टमी भगवान भैरव की पूजा के लिए समर्पित है।
इस दिन भगवान शिव के उग्र रूप भैरव की पूजा करने से शत्रुओं का भय समाप्त होता है।
यह व्रत पापों के नाश और जीवन में सुख-शांति के लिए किया जाता है।
क्या करें:
भैरव बाबा को काले तिल और सरसों का तेल चढ़ाएं।
“ॐ कालभैरवाय नमः” मंत्र का जाप करें।

- 25 दिसंबर 2024 (बुधवार): सफला एकादशी
महत्व:
सफला एकादशी का व्रत पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है।
यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
यह व्रत विशेष रूप से सफलता और समृद्धि प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
क्या करें: Weekly fast festival from 23 to 29 December 2024
सुबह स्नान के बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
इस दिन अन्न का त्याग करें और फलाहार करें।
- 26 दिसंबर 2024 (गुरुवार): मासिक शिवरात्रि
महत्व:
मासिक शिवरात्रि भगवान शिव की पूजा के लिए महत्वपूर्ण है।
यह व्रत उन भक्तों के लिए फलदायी है जो मोक्ष और शांति की कामना करते हैं।
शिवलिंग पर जल, दूध और बेलपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व है।
क्या करें:
“ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
शिवलिंग पर चंदन और फूल चढ़ाएं। - 27 दिसंबर 2024 (शुक्रवार): धनिष्ठा नक्षत्र और साधना दिवस
महत्व:
धनिष्ठा नक्षत्र का यह दिन साधना और ध्यान के लिए उपयुक्त है।
इस दिन किए गए जप, ध्यान और साधना का अधिक फल मिलता है।
स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
क्या करें:
एकांत में ध्यान करें और अपने इष्ट देव का स्मरण करें।
“ॐ शांति: शांति: शांति:” मंत्र का जाप करें। - 28 दिसंबर 2024 (शनिवार): शनि प्रदोष व्रत
महत्व:
प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है और जब यह शनिवार को पड़ता है, तो इसे शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है।
यह व्रत कुंडली में शनि दोष और अन्य दोषों को दूर करने के लिए किया जाता है।
इस व्रत को करने से स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
क्या करें:
शाम के समय शिवलिंग पर जल और काले तिल चढ़ाएं।

“ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें।
- 29 दिसंबर 2024 (रविवार): त्रयोदशी तिथि और दान का महत्व
महत्व:
त्रयोदशी तिथि पर दान करने का विशेष महत्व है।
इस दिन गरीबों को भोजन और कपड़े दान करने से पुण्य मिलता है।
यह दिन नकारात्मक ऊर्जा से बचने और सकारात्मकता बढ़ाने के लिए उपयुक्त है।
क्या करें:
ज़रूरतमंदों को कंबल, भोजन और पैसे दान करें।
Weekly fast festival from 23 to 29 December 2024 की पूरी सूची
तिथि व्रत/त्योहार विशेष पूजा Weekly fast festival from 23 to 29 December 2024
23 दिसंबर पौष अष्टमी, दुर्गाष्टमी देवी दुर्गा पूजा
24 दिसंबर कालाष्टमी भैरव बाबा पूजा
25 दिसंबर सफला एकादशी विष्णु पूजा
26 दिसंबर मासिक शिवरात्रि शिवलिंग पूजा
27 दिसंबर साधना दिवस, धनिष्ठा नक्षत्र ध्यान और साधना
28 दिसंबर शनि प्रदोष व्रत शिव आराधना
29 दिसंबर त्रयोदशी, दान दिवस हनुमान पूजा और दान
Weekly fast festival from 23 to 29 December 2024 के लिए विशेष सुझाव
आध्यात्मिक विकास के लिए:
नियमित ध्यान और जप करें।
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पूजा करें।
सकारात्मक ऊर्जा के लिए:
घर में गंगा जल छिड़कें।
तुलसी के पौधे की पूजा करें।
धन और सफलता के लिए:
सफलता एकादशी और शनि प्रदोष व्रत रखें।
जरूरतमंदों को दान दें।
स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए:
पौष अष्टमी पर दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
नियमित रूप से योग और प्राणायाम करें।
निष्कर्ष
23 से 29 दिसंबर 2024 के बीच पड़ने वाले व्रत और त्योहारों का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। इन व्रतों को करने से न केवल आध्यात्मिक शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आते हैं। सफला एकादशी और शनि प्रदोष व्रत जैसे त्योहारों का पालन विशेष फलदायी होता है। इस सप्ताह को शुभ और मंगलमय बनाने के लिए इन व्रतों और पूजा विधियों का पालन करें।
Read More : –
https://worldblog.in/vidur-niti/
https://worldblog.in/raaton-mein-topee-pahanakar-sona/
https://worldblog.in/weekly-fast-festival-from-23-to-29-december-2024/