Ramlala Pran Pratishtha in 2025 : में तिथि संयोग , इस दिन होगा विशेष आयोजन।

Ramlala Pran Pratishtha in 2025 : में तिथि संयोग , इस दिन होगा विशेष आयोजन।
Ramlala Pran Pratishtha in 2025 : तिथि, संयोग और विशेष आयोजन की जानकारी
भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत में अयोध्या का विशेष स्थान है। यहां का राम मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है,
इस लेख में हम आपको रामलला प्राण प्रतिष्ठा के विशेष आयोजन, तिथि, धार्मिक महत्व और अयोध्या में होने वाले आगामी महाकुंभ मेले के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।

Ramlala Pran Pratishtha in 2025 : तिथि और धार्मिक महत्व
- तिथि और संयोग
Ramlala Pran Pratishtha in 2025 की वर्षगांठ 31 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन पौष शुक्ल द्वादशी का शुभ मुहूर्त रहेगा। द्वादशी तिथि 31 दिसंबर को सुबह 5:00 बजे से शुरू होगी और 1 जनवरी 2026 को दोपहर 1:48 बजे तक रहेगी।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने घोषणा की है कि Ramlala Pran Pratishtha in 2025 साल हिंदू कैलेंडर के अनुसार मनाई जाएगी। हिंदू परंपरा में सभी त्योहार और उत्सव तिथि के अनुसार मनाए जाते हैं और इसी परंपरा का पालन करते हुए प्रतिष्ठा द्वादशी पर्व भी मनाया जाएगा।
- प्रतिष्ठा द्वादशी का धार्मिक महत्व
Ramlala Pran Pratishtha in 2025 सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह भक्ति, श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है।
शास्त्रों में प्रतिष्ठा का महत्व: प्राण प्रतिष्ठा का अर्थ है भगवान की मूर्ति में प्राण का आह्वान करना। यह प्रक्रिया भक्तों और भगवान के बीच सीधा संबंध स्थापित करती है।
द्वादशी तिथि का महत्व: हिंदू धर्म में द्वादशी तिथि को बेहद शुभ माना जाता है। यह भगवान विष्णु को समर्पित है और इस दिन पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

Ramlala Pran Pratishtha in 2025 प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव: आयोजन की तैयारियां
- तीन दिवसीय उत्सव का आयोजन
Ramlala Pran Pratishtha in 2025 द्वादशी उत्सव तीन दिवसीय होगा। इस आयोजन में धार्मिक अनुष्ठान, भजन-कीर्तन, हवन और विशेष पूजा-अर्चना शामिल होगी।
पहला दिन: अनुष्ठान और विशेष पूजा।
दूसरा दिन: भजन-कीर्तन और प्रवचन।
तीसरा दिन: सामूहिक आरती और प्रसाद वितरण।
- श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था
देश-विदेश से श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आएंगे। ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन ने उनके लिए विशेष व्यवस्था की है:
मंदिर परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम।
भक्तों के लिए भोजन और जलपान की व्यवस्था।
इस आयोजन को लाइव प्रसारण के जरिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दिखाने की योजना।
महाकुंभ मेला 2025: अयोध्या की तैयारियां
- महाकुंभ मेले की तिथियां
महाकुंभ मेला 24 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन अयोध्या को धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनाएगा। - टेंट सिटी और अन्य सुविधाएं
टेंट सिटी का निर्माण: साकेत पेट्रोल पंप और उदया चौराहे के पास 3000 और 400 लोगों की क्षमता वाली टेंट सिटी का निर्माण किया गया है।
यहां बिजली, पानी, रोशनी और अलाव की व्यवस्था है।
CCTV कैमरों से सुरक्षा निगरानी।
24×7 सफाई मित्रों की तैनाती।
परिसर में कैंटीन और आपातकालीन सेवाओं की व्यवस्था।

श्रद्धालुओं के लिए आश्रय: श्रद्धालुओं को मठ, मंदिर और आश्रमों में आवास की सुविधा मिलेगी।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों को आयोजन को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं। नगर निगम और जिला प्रशासन ने व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया है।
Ramlala Pran Pratishtha in 2025 और महाकुंभ: सांस्कृतिक प्रभाव
- धार्मिक एकता का प्रतीक
Ramlala Pran Pratishtha in 2025 और महाकुंभ मेला भारतीय समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देता है। देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालु यहां जुटते हैं और भक्ति का अनुभव करते हैं। - अयोध्या का महत्व
राम मंदिर और महाकुंभ मेला अयोध्या को वैश्विक धार्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अयोध्या के आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में भी योगदान देगा। - डिजिटल युग में धार्मिक आयोजन
लाइव स्ट्रीमिंग और डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए दुनिया भर के लोग इस आयोजन का हिस्सा बन सकते हैं। यह पहल धार्मिक आयोजनों को वैश्विक पहुंच प्रदान करती है।
Ramlala Pran Pratishtha in 2025 उत्सव: श्रद्धालुओं के लिए सुझाव
- यात्रा की योजना: अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं और समय पर पहुंचें।
होटल, आश्रम या टेंट सिटी में ठहरने की जगह पहले से बुक कर लें।
धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन करें:
मंदिर में दर्शन और पूजा के दौरान सभी नियमों का पालन करें।
शांति बनाए रखें और दूसरों के साथ सहयोग करें। - पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखें:
प्लास्टिक का उपयोग न करें और कूड़े को कूड़ेदान में ही डालें।
गंगा और सरयू नदियों में स्नान करते समय स्वच्छता बनाए रखें।
निष्कर्ष
Ramlala Pran Pratishtha in 2025 का उत्सव भारतीय संस्कृति और धर्म की महानता का प्रतीक है। यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं को धार्मिक अनुभव प्रदान करता है, बल्कि उन्हें धार्मिक अनुभव भी प्रदान करता है।
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