Nepal Earthquake 28 Feb 2025 : पड़ोसी देश में फिर हिली धरती, 5.5 magnitude के झटकों से सहमे लोग!

Nepal Earthquake 28 Feb 2025

Nepal Earthquake 28 Feb 2025 : पड़ोसी देश में फिर हिली धरती, 5.5 magnitude के झटकों से सहमे लोग!

Nepal Earthquake 28 Feb 2025 : 5.5 तीव्रता के झटकों से हिली धरती, दहशत में लोग
नेपाल में गुरुवार देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई, जिसका केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। ये झटके नेपाल के साथ-साथ भारत के बिहार और तिब्बत के सीमावर्ती इलाकों में भी महसूस किए गए। राहत की बात यह है कि अभी तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।

इस घटना ने एक बार फिर Nepal Earthquake 28 Feb 2025 नेपाल और आसपास के इलाकों में भूकंपीय गतिविधियों की गंभीरता को उजागर किया है। भूकंप के लिहाज से संवेदनशील माने जाने वाले नेपाल में पहले भी कई बड़े भूकंप आ चुके हैं। इस लेख में हम इस भूकंप की विस्तृत जानकारी, वैज्ञानिक कारण, भूकंप के प्रभाव और इससे बचाव के उपायों पर चर्चा करेंगे।

Nepal Earthquake 28 Feb 2025

Nepal Earthquake 28 Feb 2025 : क्या हुआ और कैसे फैली दहशत?

  1. नेपाल में आधी रात को भूकंप : नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप सुबह 2:36 बजे (स्थानीय समयानुसार) महसूस किया गया। इस दौरान लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए। नेपाल की राजधानी काठमांडू से लेकर विभिन्न ग्रामीण इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
  2. बिहार और तिब्बत तक महसूस किए गए झटके : नेपाल की सीमा से लगे बिहार के कई जिलों खासकर सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल और किशनगंज में भी हल्के झटके दर्ज किए गए। इसी तरह, भूकंप का असर तिब्बत और चीन के कुछ हिस्सों में भी महसूस किया गया।
  3. 6.1 तीव्रता का दूसरा झटका आया : पहले झटके के करीब 15 मिनट बाद 6.1 तीव्रता का दूसरा भूकंप आया। इसका केंद्र नेपाल के सिंधुपालचौक जिले के भैरवकुंडा इलाके में था। इस झटके ने लोगों के डर को और बढ़ा दिया।
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Nepal Earthquake 28 Feb 2025 क्यों : भूकंप संभावित क्षेत्र?
नेपाल हिमालय के टेक्टोनिक क्षेत्र में स्थित है, जहाँ भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं। इस टकराव के कारण तीव्र भूकंपीय गतिविधियाँ होती हैं।

  1. नेपाल में पिछले विनाशकारी भूकंप : नेपाल में पहले भी बड़े भूकंप आ चुके हैं।
    कुछ महत्वपूर्ण भूकंप इस प्रकार हैं:
    2015 गोरखा भूकंप (तीव्रता 7.8) : इसमें लगभग 9,000 लोग मारे गए और लाखों लोग बेघर हो गए।
    • 1934 नेपाल-बिहार भूकंप (तीव्रता 8.0) : इसने नेपाल और भारत के बिहार में भारी तबाही मचाई।

    नेपाल में अक्सर भूकंप क्यों आते हैं?
    • नेपाल भूकंपीय क्षेत्र IV और V में आता है, जो इसे उच्च जोखिम वाला क्षेत्र बनाता है।
    • टेक्टोनिक प्लेटों के लगातार खिसकने से फॉल्ट लाइनों पर दबाव बढ़ता है।
    जब यह दबाव एक निश्चित सीमा को पार कर जाता है, तो ऊर्जा निकलती है और भूकंप आता है।

    Nepal Earthquake 28 Feb 2025 भूकंप को कैसे मापा जाता है और इसका क्या प्रभाव होता है?

    1. भूकंप की माप और तीव्रता : भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है। इसमें भूकंप की गंभीरता का आकलन 0 से 9+ तक के पैमाने पर किया जाता है।


  2. भूकंप का केंद्र और प्रभाव क्षेत्र : भूकंप का केंद्र वह बिंदु होता है, जहां से भूकंपीय ऊर्जा निकलती है। इस बिंदु के आसपास कंपन सबसे ज़्यादा महसूस किए जाते हैं।



    • अगर गहराई 10 किलोमीटर या उससे कम है, तो झटके ज़्यादा ख़तरनाक हो सकते हैं।
    • गहरी सतहों (100 किलोमीटर से ज़्यादा) पर भूकंप से कम नुकसान होता है।

    भूकंप को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय
    • भूकंप से बचने के लिए कुछ बुनियादी नियमों का पालन करना बहुत ज़रूरी है।

    भूकंप के दौरान क्या करें? Nepal Earthquake 28 Feb 2025
    अगर आप घर के अंदर हैं:
    • तुरंत नीचे झुकें, किसी मज़बूत टेबल के नीचे शरण लें और मज़बूती से पकड़ लें।
    • खिड़कियों, शीशों और भारी वस्तुओं से दूर रहें।
    • लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।
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अगर आप बाहर हैं:
• खुले मैदान में जाएँ और पेड़ों, इमारतों और बिजली के तारों से दूर रहें।
• अगर आप किसी ऊँचे पुल या पहाड़ के पास हैं, तो वहाँ से दूर चले जाएँ।

  1. भूकंप के बाद क्या करें?
    • अफ़वाहों पर भरोसा न करें और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लें।
    • गैस, बिजली और पानी की लाइनों की जाँच करें।
    • इमारत की स्थिति की जाँच करें और दरारें दिखने पर विशेषज्ञों से सलाह लें।

Nepal Earthquake 28 Feb 2025 नेपाल और आस-पास के इलाकों में भूकंप चेतावनी प्रणाली
नेपाल और भारत की सरकारें लगातार भूकंपीय निगरानी और चेतावनी प्रणाली पर काम कर रही हैं।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) भारत और नेपाल में भूकंप की गतिविधियों पर नज़र रखता है।
‘भूकंप अलर्ट’ और ‘लास्टक्वेक’ जैसे रियल-टाइम चेतावनी ऐप लोगों को तुरंत जानकारी देते हैं।
नेपाल और भारत में भूकंपरोधी निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है।

Nepal Earthquake 28 Feb 2025

निष्कर्ष
Nepal Earthquake 28 Feb 2025 में आए 5.5 तीव्रता के भूकंप ने एक बार फिर इस क्षेत्र की भूकंपीय संवेदनशीलता को उजागर किया है। सौभाग्य से, इस घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन भविष्य में संभावित बड़े भूकंपों के प्रति सतर्क रहना ज़रूरी है।

भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए हमें सावधानी, जागरूकता और मज़बूत आपदा प्रबंधन रणनीति अपनानी चाहिए। नेपाल और भारत दोनों ही भविष्य में जान-माल के नुकसान को कम करने के लिए भूकंप रोधी तकनीक और पूर्व चेतावनी प्रणाली में सुधार कर रहे हैं।

भूकंप से सावधान रहें, सुरक्षित रहें!

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